भूत कैद करने का सिद्ध मंत्र इस से भूत होगा आपकी मुठी में
साधना काल में मल-मूत्र विसर्जन की विवशता होने पर पूनः हाथ-पैर और मुख धोकर आरंभ करें।
सोंदर्य एवं आकर्षण शक्ति प्राप्ति महा मोहिनी साधना
साधना करने से पहले मार्गदर्शन प्राप्त करें।
अप्सरा साधना एक उच्च आध्यात्मिक अनुभव है जो साधक को आत्म-प्रेम, आत्म-साक्षात्कार, और आत्म-संयम की प्राप्ति में सहायक होता है। यह साधना साधक को आत्मिक विकास और शक्ति के साथ-साथ आनंद और आत्म-समर्पण का अनुभव कराती है।
आत्म-विश्वास: साधक को अपने आत्म-विश्वास में पूरी श्रद्धा रखनी चाहिए। आत्मा के शक्तियों का पूर्ण विश्वास रखना महत्वपूर्ण है।
Reply Jothimurugan A October 30, 2019 Make sure you enable me to show negatively turned apsara sadhana to constructive. Share me your mobile ,whatapp or electronic mail remember to . Why not replying me? You should reply me
Like all spiritual follow, Apsara Sadhana can have dangers if not done correctly. Invoking impressive energies without the correct planning may well result in spiritual disturbances or unfavorable influences.
इन अंतरों के बावजूद, दोनों अप्सराओं और परियों में आध्यात्मिक मानवता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं और साधकों को आत्मिक उत्थान की दिशा में मार्गदर्शन करती हैं।
अप्सरा साधना के बारे में जानकारी प्रदान करते समय, कृपया ध्यान दें कि यह एक आध्यात्मिक विषय है और इसे सावधानीपूर्वक और नियमितता के साथ ही किया जाना चाहिए। अप्सरा साधना या किसी भी आध्यात्मिक प्रयास को शुरू करने से पहले, सम्पूर्ण जानकारी, शिक्षा, और संशोधित गुरु के मार्गदर्शन में ही कार्रवाई की जानी चाहिए। यह आपकी स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति, और आध्यात्मिक विकास पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। आध्यात्मिक साधना और प्रयास read more में सफलता प्राप्त करने के लिए, आध्यात्मिक प्रक्रिया के प्रति समर्पितता और ध्यान केंद्रित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शत्रु नाशक हनुमान मंत्र – गुप्त शत्रु की उल्टी गिनती शुरू
शुद्ध और निष्काम भावना: साधक को शुद्ध और निष्काम भावना से साधना करनी चाहिए। उसे किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार या लोभनीयता से दूर रहना चाहिए।
साहसिकता: अप्सराएं साहसिकता, स्वतंत्रता और उत्कृष्टता के प्रतीक होती हैं। वे अपनी क्षमताओं और गुणों को बढ़ावा देती हैं।
आत्म-समर्पण और सेवा: साधक को आत्म-समर्पण और सेवा की भावना से साधना करनी चाहिए। इसके माध्यम से साधक अप्सरा देवियों के संग संवाद करते हैं और उनसे आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।